मई के महीने में गर्मी अपना सितम शुरू कर देती है । किसी - किसी राज्य में तो पारा 40 डिग्री के ऊपर पहुंच जाता है । गर्मी के महीने में HEAT STROKE या कहे लू लगने का जोखिम बना रहता है । इस मौसम में सबसे बड़ी आम समस्या अगर होती है तो वो हीट स्ट्रोक यानि लू लगना है । इस heat stroke in hindi आर्टिकल में हम जानगे कि हीट स्ट्रोक क्या होता है, उसके होने क्या कारण होता है और उससे बचने के उपाय के बारे में जानेगे ।
HEAT STROKE IN HINDI - हीट स्ट्रोक क्या होता है ?
HEAT STROKE एक गंभीर गर्मी से संबंधित चिकित्सा स्थिति है, जो जब शरीर का तापमान अस्थिर हो जाता है, तब होता है । हीट स्ट्रोक हमेशा एक आपातकालीन स्थिति माना जाता है, क्योंकि इससे जीवन को खतरा पैदा करने वाली जटिलताएं हो सकती हैं । इसमें Body की Cooling Mechanism फेल हो जाता है और Body Temperature 40 डिग्री सेल्सियस या उससे भी अधिक हो जाता है ।
सरल शब्दों में, हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर बहुत अधिक गर्म हो जाता है और खुद को ठंडा नहीं कर पाता है। यह लंबे समय तक गर्म मौसम के संपर्क में रहने के कारण हो सकता है, खासकर जब उच्च आर्द्रता के साथ संयुक्त हो । यह तब भी हो सकता है जब कोई Adequate hydration और आराम के बिना गर्म परिस्थितियों में तीव्र शारीरिक गतिविधि में लगा हो ।
HEAT STROKE के कारण :
हीट स्ट्रोक अक्सर गर्मी के मौसम में, जहां तापमान और Humidity बहुत ज्यादा होती हैं, होता है । इसके कुछ मुख्य कारण है:
1. Exposure To Extreme Heat ( अत्यधिक गर्मी का एक्सपोजर ) : लंबी समय तक सीधी धूप में रहना या गर्मी से भरी जगहों में रहना Heat Stroke का कारण बन सकता है ।
2. Dehydration ( निर्जलीकरण ) : पानी की कमी के कारण शरीर का तापमान नियंत्रण करने की क्षमता कम हो जाती है और Heat stroke होने का खतरा बढ़ जाता है ।
3. Highly Physical Activity ( शारीरिक परिश्रम ) : तीव्र शारीरिक गतिविधि, विशेष रूप से गर्म और आर्द्र परिस्थितियों में, यदि शरीर प्रभावी रूप से ठंडा नहीं हो पाता है तो Heat Stroke हो सकता है ।
Heat Stroke के कुछ प्रमुख लक्षण :
- शरीर का उच्च तापमान (आमतौर पर 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर) होना ।
- ज्यादा गर्मी लगना।
- दिल की धड़कन तेज हो जाना।
- लम्बी - लम्बी साँसे लेना।
- सिर दर्द होना।
- चक्कर आना।
- उल्टी आना ।
- होश खो देना।
हीट स्ट्रोक से बचने के उपाय :
हीट स्ट्रोक को रोकने के लिए, हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है । गर्म वातावरण के लंबे समय तक संपर्क से बचें । छाया या वातानुकूलित स्थानों की तलाश करें । हल्के और सांस लेने वाले कपड़े पहनें और गर्म मौसम के दौरान ज़ोरदार गतिविधियों को सीमित करें ।
निष्कर्ष
इस heat stroke in hindi आर्टिकल में हमने जाना कि हीट स्ट्रोक ,उसके होने के क्या कारण हो सकते है ,और उससे कैसे बचा जा सकता है। और साथ ही साथ उसके लक्षण के बारे में ऊपर बताया है । आशा करता है कि यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा ।
(Disclaimer : गर्मी से संबंधित लक्षणों को गंभीरता से लेना महत्वपूर्ण है और अगर किसी में HEAT STROKE के लक्षण दिखाई देते हैं तो चिकित्सा सहायता लें। इन उपायों को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें । )
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